दो शब्द मेरी माँ के नाम

कभी-कभी लगता है,
तुझको बहुत मैँ सताया करता हूँ माँ।
हर एक जिद के लिए,
रुठ जाया करता हूँ माँ।

बार-बार फिर भी तुम,
मुझको मनाने आती हो।
गोद मेँ बिठाकर के,
बडे प्यार से सहलाती हो।

तेरी ममता के सागर मेँ,
गोते लगाया करता हूँ माँ।
दूर रहकर भी तुझसे,
तुझको साथ पाया करता हुँ माँ।

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