मोमोज

बडा चौराहा से सिनेमा चौराहा वाली रोड पर दो चार ऐसे शक्स खडे दिख जाएँगे जिनकी शकल देखकर ही पता लग जाएगा कि ये इस शहर के नहीं हैँ,शायद पूर्वोत्तर के होँ।मगर बहुत साफ हिन्दी बोलते हैँ। वो एक बहुत ही खास तरह का व्यंजन परोसते हैँ जिसका नाम है मोमोज। ये मुख्यत: इसे ठेले पर रख कर बेचते हैँ और एक कडवी लाल चटनी डाल के देते हैँ। मोमोज के बारे मेँ कुछ दिन पहले ही पता चला।बहुत लोगोँ मेँ इसके बारे मेँ चर्चा करते सुना था। कुछ लोग तो कह रहे थे कि इसमेँ अण्डा होता है,कुछ कह रहे थे पनीर होता है।बहरहाल कल स्वाद चखा। सफेद रंग का देखने मेँ मोदक जैसा लग रहा था। लाल चटनी डालकर खाया तो लगा कि दूर के ढोल सुहावने थे। ऐसा कुछ खास स्वाद जुबान को नहीँ लगा कि दुबारा खाने का मन हो।बीस रुपए मेँ आपको छह: मोमोज मिलते हैँ

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